नैपकिन पेपर बिजनेस कैसे शुरू करें | How to start napkin paper making Best Business in 2024

(बिजनेस प्लान, मार्केट रिसर्च, लाइसेंस, लागत, मशीन, रॉ मैटेरियल, प्रकिया, मार्केटिंग, लाभ इत्यादि)

नैपकिन पेपर बिजनेस कैसे शुरू करेंः- दोस्तों, जब हम शादी, पार्टी, टूर में, होटल, ढाबा आदि में जाते है तो साफ़ सफाई के लिए एक छोटा सा कपड़ानुमा कागज का हम बराबर साफ सफाई में उपयोग करते हैं और इसकी मुख्य विशेषताएं मजबूत, स्वच्छ, अवशोषण, हल्का, आकर्षक, अलग अलग मोटाई एवं अलग-अलग साइज की होती हैं।

आमतौर पर, बाजार में टिश्यू पेपर की निम्नलिखित श्रेणियां हैं; पेपर टॉवल, फेशियल टिश्यू पेपर, बाथरूम टिश्यू पेपर और स्पेशलिटी एंड रैपिंग टिश्यू पेपर आदि कई प्रकार के होते हैं हम समय और परिस्थितियों के हिसाब से उसका इस्तेमाल करते हैं।

नैपकिन पेपर की शुरूआत पहली बार 1920 ईस्वीं में हुई थी तब से भारत सहित पूरे विश्व में टिश्यू पेपर इंडस्ट्री में व्यापक विस्तार देखने को मिला। टिश्यू पेपर की डिमांड वैश्विक स्तर पर लगभग 5% के CAGR की दर से बढ़ी है जबकि भारत में लगभग 8-10% के CAGR की दर से बढ़ी है क्योंकि भारत में शहरी क्षेत्रों को छोड़ दिया जाए तो अभी बहुत से ऐसे ग्रामीण क्षेत्र है जहां टिश्यू पेपर का उपयोग सिर्फ खास मौके पर ही किया जाता है।

ऐसे में इस आर्टिकल के माध्यम से हम अधिकतम जानकारी देने वाले है कि नैपकिन पेपर बिजनेस कैसे शुरू करें और कैसे इसका प्लांट स्थापित कर सकते हैं इसमें किन किन लाइसेंस, मशीन, रॉ मैटेरियल, प्रकिया एवं कितने निवेश आदि की जरूरत पड़ने वाली है।

होम पेज पर जाने के यहाँ क्लिक करें

बिजनेस प्लान एवं मार्केट रिसर्च 

नैपकिन पेपर बिजनेस शुरू करने के लिए सबसे पहले पूरी प्लानिंग सबसे जरूरी है क्योंकि बिना प्लानिंग के किसी भी बिजनेस में आप सफल शुरुआत नहीं कर सकते हैं इस बिजनेस को शुरू करने से पहले बिजनेस सलाहकार या चार्टेड एकाउंटेंट से सलाह लेकर ही आगे बढे़।

जहाँ पर इस बिजनेस को शुरू करना चाहते हैं वहां आपका काम्पटिटर कौन-कौन है उस क्षेत्र की नैपकिन पेपर की डिमांड कैसी है इस बिजनेस को शुरू करने में लागत, लाभ, बिजली की उपलब्धता आदि का विश्लेषण कर लें इन सभी बातों को अच्छे से मार्केट रिसर्च कर लें।

नैपकिन पेपर से प्रदूषण की बात करें इसका निर्माण शुद्ध रिसाइकिल्ड कागज से किया जाता हैं जो ‘इको फैन्डली’ होते है यह बायो डिग्रेडेबल और रिसाइक्लिंग वस्तु है इससे वातावरण को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता है जो कुछ ही दिन या महीनों में मिट्टी में आसानी से घुल जाता हैं और किसी भी तरह से प्रदूषण नहीं फैलता है और इसके प्रयोग से पानी की फिजूलखर्ची कम होती है जिस कारण इसकी डिमांड हमेशा बनी रहती है।

नैपकिन पेपर बनाने की मशीन

नैपकिन पेपर बिजनेस के लिए एक फुल आटोमेटिक मशीन होती है जिससे टिश्यू पेपर बनाने से सम्बन्धित सभी काम उसी एक ही मशीन होते हैं जो लगभग 5 लाख रुपए तक में मिल जायेगा जो आपको बड़े शहरों में आसानी से उपलब्ध है इसकी प्रोडक्शन कैपिशिटी एक मिनट में लगभग 500 पीस पेपर तैयार कर देता है यह आनलाइन ई-कामर्स वेबसाइटों जैसे INDIAMART, OR TRADEINDIA पर भी सम्पर्क करके खरीद सकते हैं।

नैपकिन पेपर बनाने के लिए विद्युत भार

नैपकिन पेपर बनाने का प्लांट लगाने के लिए आपको 3 केवी० से 5 केवी० तक का कामर्शियल बिजली कनेक्शन की जरूरत पड़ सकती है।

रिक्वायरमेंट एरिया

नैपकिन पेपर बिजनेस अगर आप एक मशीन से शुरू करते हैं तो कम से कम आपको 1000 से 1200 वर्ग फुट एरिया की आवश्यकता होती है। जिसमें 500- 700 वर्ग फीट का खुला एरिया जहाँ आप प्लांट संचालित होगा 200 वर्ग फीट का एक आफिस जहाँ से आपकी कम्पनी का संचालन होगा तथा 300 वर्ग फीट का एक गोदाम रॉ मैटेरियल को रखने के लिए इत्यादि की आवश्यकता पड़ सकती है।

नैपकिन पेपर बनाने के लिए कर्मचारी

नैपकिन पेपर बिजनेस संचालित करने के लिए कम से कम एक कारीगर जो बिजनेस का अच्छा अनुभव रखता हो और और दो हेल्पर कारीगर इसके अलावा एक से दो आदमी मार्केटिंग के लिए चाहिए।

बिजनेस के लिए रॉ मैटेरियल

नैपकिन पेपर या टिश्यू पेपर बनाने के लिए मुख्यतः पांच प्रकार के रॉ मैटेरियल की जरूरत पड़ती हैं।

  1. रैपिंग पेपर 
  2. गोंद
  3. सिलोफन
  4. कलर
  5. पैकेजिंग पालीथीन

आप जैसा भी प्रोडक्ट तैयार करना चाहते हैं उसी तरह से रॉ मैटेरियल के भाव में डिफेंस मिल सकता हैं ये सभी रॉ मैटेरियल आपको आनलाइन और आफलाइन दोनों तरह से मिल जायेगा आनलाइन खरीदने के लिए ई कामर्स की वेबसाइटों INDIAMART या TRADEINDIA पर सम्पर्क करके आसानी से खरीद सकते हैं।

नैपकिन पेपर बनाने की प्रक्रिया

नैपकिन पेपर बनाने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है जिसमें सबसे पहले आपको उस कलर और क्वालिटी का चयन कर लेंना है जैसा प्रोडक्ट आपको चाहिए नैपकिन पेपर या टिश्यू पेपर बनाने के लिए मात्र एक ही मशीन की आवश्यकता पड़ती है जिसको निम्नलिखित प्रकार से बनाया जाता है।

  • सर्वप्रथम जरूरत के हिसाब से रैपिंग पेपर रोल को मशीन में रोल लगाने वाले जगह पर लगायें फिर रैपिंग पेपर रोल का एक हिस्सा मशीन में सेट कर दें या पकडा दें मशीन चालू होने पर आटोमेटिक अन्दर खींचता जायेगा।
  • अब आपको चयन किये गए कलर के अनुसार मशीन में कलर डालकर पेपर को कलर से जोड़ दें अब नैपकिन पेपर पर आपको किसी का नाम या चिन्ह या लोगो या होटल का नाम आदि जो भी आप देना चाहते हैं वैसा ही कलर पैनल में रबर का टैग लगा दें।
  • अब अगले चरण में रैपिंग पेपर रोल आगे एम्बोस्सिंग के लिए जाता है. एम्बोस्सिंग करने के लिए मशीन में एम्बोस्सिंग रोल से गुजारा जाता है जिसके बाद पेपर रोल टिश्यू पेपर के आकार का हो जाता है।
  • अगले चरण में फोल्ड सेक्शन में नैपकिन पेपर की तरह फोल्ड होने के बाद सेट किये गए साइज में कटकर तैयार हो जाता है।
  • नैपकिन पेपर तैयार जाने के बाद अगला चरण पैकिंग का होता है अपने आर्डर के हिसाब से या जैसा आप चाहे आवश्यकतानुसार 30 या 50 या 100 पीस का एक पैकेट बना सकते हैं।

नैपकिन पेपर को कहाँ बेचें

नैपकिन पेपर की डिमांड आने वाले दिनों में बहुत तेजी से बढ़ने वाली है इसको आप किराना कीमत रिटेल दुकानों पर, थोक दुकानों पर, डिस्पोजल की थोक दुकानों फुट कर दुकानों पर बेच सकते हैं आप आनलाइन ई-कामर्स वेबसाइटों पर भी जैसे Amazon, flipcart, Indiamart, Click india पर भी बेंच सकते हैं।

नैपकिन पेपर बिजनेस में लाभ

नैपकिन पेपर बिजनेस अगर लाभ की बात करते हैं तो अगर आप अपने प्रोडक्ट को थोक में बेचते हैं तो लगभग 15% से 20% तक मार्जिन एवं फुटकर में बेचते हैं तो आपको कुछ अधिक 20% से 25% तक मार्जिन प्राप्त हो सकता है।

नैपकिन पेपर बिजनेस में लागत 

नैपकिन पेपर बिजनेस शुरू करने के लिए अगर आपके पास खुद का मकान है तो कम से कम 7.5 से 8 लाख रुपए लागत लगाने होंगे जिससे आप मशीन, रॉ मटेरियल, मशीन, मकान एवं अन्य संसाधनों की व्यवस्था कर सकते हैं अगर आप बड़ा प्लांट लगाने का विचार कर रहे हैं तो आपको और भी अधिक लागत लगानी पड़ेगी यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कैसा प्लांट लगाना चाहते हैं।

नैपकिन पेपर बिजनेस की मार्केटिंग

टिश्यू पेपर बिजनेस की मार्केटिंग हो सके तो स्वयं करें ताकि अच्छा अनुभव प्राप्त हो सके अपने प्रोडक्ट को ब्रांड बनाने के लिए कोई अच्छा सा नाम दें और जहाँ तक आप कर सके वहाँ तक सभी होलसेल एव फुटकर विक्रेताओं से सम्पर्क करने की कोशिश करे जिस क्षेत्र को टारगेट करें वहाँ पर न्यूज़ पेपर, सोशल मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग आदि के माध्यम से प्रचार प्रसार करवा दें।

रजिस्ट्रेशन एवं लाइसेंस

नैपकिन पेपर बिजनेस के लिए कुछ जरूरी लाइसेंस कानूनन आवश्यक होते हैं।

  1. उद्योग आधार के लिए MSME पंजीकरण
  2. ट्रेड लाइसेंस लोगो
  3. IES संख्या निकलवा लें
  4. पोल्यूशन कण्ट्रोल बोर्ड की ओर से NOC सर्टिफिकेट
  5. फैक्ट्री स्थापना के लिए लाइसेंस.
  6. GST रजिस्ट्रेशन
  7. कम्पनी का पेन कार्ड

निष्कर्ष [Conclusion]

नैपकिन पेपर बिजनेस एक फ्यूचरिस्टिक बिजनेस प्लान है इसका उपयोग अभी तो ग्रामीण क्षेत्रों में कम किया जाता है ऐसे स्थिति में व्यापार शुरू करने के पहले ही जहाँ पर प्लांट लगाये वहाँ से सम्बन्धित सभी तथ्यों की जानकारी कर लें इस प्रकार के बिजनेस में आप जल्दबाजी बिलकुल न करें क्योंकि इस बिजनेस में समय और लागत अधिक लगता है लेकिन एक बार बिजनेस चल जाने के बाद सभी समस्या अपने आप खत्म हो जायेगी।

इस बिजनेस को शुरू कर रहे हैं तो मेरा मानना है कि आप मशीन अच्छी क्वालिटी का ही खरीदें ताकि संचालन में कोई दिक्कत न आये दूसरी बात कि मार्केटिंग आप स्वयं करें किसी दूसरे व्यक्ति के भरोसे न करें क्यों कि बिजनेस में ‘मार्केटिंग’ सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।

FAQ [Frequently Asked Questions]

दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया है यह महत्वपूर्ण रोजगार लेख “नैपकिन पेपर बिजनेस शुरू करें How to start napkin paper making business in Hindi” पसंद आया होगा यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें।

Leave a Comment

error: Content is protected !!