Goat farming business kaise suru kare:- दोस्तों भारत गांवों का देश है यहां पर बहुत से लोग खेती किसानी का कार्य करते हैं जो कि सीजनल कार्य होता है सीजन खत्म होने के बाद बहुत से किसान बकरी पालन बिजनेस, भेड़ पालन बिजनेस, मुर्गी पालन का बिजनेस, मछली पालन बिजनेस आदि करते हैं और यह सभी कार्य भारत में सदियों से किसान करके अच्छी कमाई करते है।
जिसमें बकरी पालन भी एक अच्छा व्यवसाय माना जाता है क्योंकि बकरी दूध, मांस के साथ-साथ गावों में इनकम का अच्छा स्रोत होती है लेकिन भारत में ज्यादातर जगहों पर बकरी पालन पारंपरिक तरीके से निजी आवश्यकताओं के लिए किया जाता हैं इसलिए किसान या पशुपालक अधिक कमाई नहीं कर पाते हैं। लेकिन अब बकरी पालना एक व्यवसाय बन गया है।
अगर बकरी पालन व्यवस्थित एवं आधुनिक तरीके से छोटी-बड़ी बातों जैसे नियमित टीकाकरण, जल्दी बढ़ने वाली अच्छी नस्ल की बकरियों का चयन, सफाई, बकरियों को उचित चारा-पानी की व्यवस्था आदि का ध्यान रखा जाए तो इस व्यवसाय से कम लागत में अच्छी कमाई हो सकती है। तो आइये इस आर्टिकल के माध्यम से समझने हैं कि कम से कम लागत में Goat farming business कैसे शुरू किया जा सकता है।
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Goat farming business एक नज़र में
बिजनेस का नाम | बकरी पालन का बिजनेस (Goat farming business) |
जरूरी दस्तावेज | प्रोजेक्ट रिपोर्ट, जमीन का दस्तावेज, उद्योग आधार प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, बैंक खाता, पासपोर्ट साइज फोटो, पैन कार्ड आदि |
लोकेशन | भीड़ भाड़ एवं आबादी वाले एरिया से दूर जहाँ पेड़ पौधें, जंगल, चारागाह हो |
लागत | 50000 से 5 लाख रुपए तक |
प्रॉफिट | छोटे स्तर पर करीब एक लाख रूपये |
सब्सिडी | एक लाख रुपए के लोन पर जनरल कैटेगरी को 25% अनुसूचित जनजाति को 35% तक की सब्सिडी |
बकरियों की नस्लें
भारत में तमाम प्रकार की बकरियां पाई जाती हैं। जैसे- जमुनापारी (Jamunapari), सिरोही (Sirohi), ओस्मानाबादी (Osmanabadi), बर्बरी (Barbara), सुरति (Surti), बीटल (Beetal), झाकरण (Jhakrana), सोजत (Sojat), ब्लैक बंगाल (Black bengal), अफ्रिकन बोअर (Boer) आदि उपयोगी और महत्वपूर्ण नस्लें हैं।
बरबरी बकरी:
बरबरी बकरी का नाम सोमालिया के हिंदमहासागर में स्थित एक शहर बरबेरा से आता है। यह बकरी भारत में लगभग हर जगह पाई जाती है। इस नस्ल की बकरी को बरबरी और बकरे को बरबरा कहा जाता है। बरबरी बकरी कद में छोटी लेकिन प्रजनन क्षमता सबसे अधिक होती है। बरबरी बकरी 14 से 16 महीने में दो बार बच्चे को जन्म देती है और एक बार में दो से तीन बच्चे पैदा कर सकती है। बच्चों का वजन जन्म के समय दो से तीन किलोग्राम हो सकता है।
जमुनापारी बकरी:
जमुनापारी नस्ल की बकरी सबसे अधिक दूध देती है। इस नस्ल की बकरियां सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में पाई जाती हैं इस नस्ल की बकरी एक वर्ष में सिर्फ एक बार पैदा होती है इस बकरी से जुड़वाँ बच्चे पैदा होने की संभावना बहुत कम है। इस नस्ल के बकरे, बकरियों का कीमत लगभग 300 से 400 रुपये प्रति किलोग्राम हैं।
बीटल बकरी:
इस नस्ल की बकरी हरियाणा और पंजाब में अधिकांशतः मिलती है। यह बकरी जमुनापारी के बाद दूध देने के मामले में दूसरे स्थान पर है इसलिए इसका उपयोग दूध में किया जाता है। इस नस्ल की बकरी से जुड़वाँ बच्चे पैदा होने की संभावना अधिक है। इस नस्ल के बकरे और बकरियों का कीमत लगभग 200 से 250 रुपये प्रति किलोग्राम होती हैं।
ओस्मानाबादी बकरी:
इस नस्ल की बकरी से दूध और मांस दोनों मिलती है। महाराष्ट्र में इस नस्ल की बकरियां पायी जाती है। इस नस्ल की बकरी आम तौर पर एक वर्ष में दो बार गर्भधारण करती है। वर्तमान में ओस्मानाबादी बकरे 250 से 300 रुपये प्रति किलोग्राम हैं।
शिरोई बकरी:
शिरोई बकरी राजस्थानी नस्ल की बकरी है जिससे दूध और मांस दोनों मिलती है। इस नस्ल की बकरियां अक्सर वर्ष में दो बार प्रजनन करती हैं। इस नस्ल की बकरी में जुडवाँ बच्चे कम होते है। इस नस्ल के बकरे और बकरियों का मूल्य लगभग 350 – 400 रूपये प्रति किलोग्राम होता है।
अफ्रिकन बोअर:
अफ्रिकन बोर नस्ल की बकरी को मांस उत्पादन में उपयोग किया जाता है। इस नस्ल की बकरी की एक विशेषता यह है कि कम समय में वजन अधिक हो जाता है इससे अधिक लाभ होता है। इस नस्ल की बकरियां अक्सर जुडवाँ बच्चे देती है। इसलिए अफ्रीकन बोर नस्ल की बकरियों की मांग बढ़ जाती है। इस नस्ल के बकरे 400- 1600 रुपये प्रति किलोग्राम तक होते हैं और बकरियों की कीमत 800- 3600 रुपये प्रति किलोग्राम तक होती हैं।
Goat farming business कैसे शुरू करें
Goat farming business ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बहुत मजबूत करती हैं ग्रामीण क्षेत्रों में आपने अक्सर देखा होगा कि अधिकांश घरों में महिलाएं बकरी पालती हैं लेकिन आज के समय में बहुत से लोग बकरी पालन करने के प्रति उत्सुकता दिखा रहे हैं अगर यह बिजनेस करना चाहते हैं तो आप अब सोच रहे होंगे कि इसकी शुरुआत कहाँ से करें जिससे आप कम से कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सकते है इसके लिए निम्नलिखित निर्देश दिए गए हैं।
बकरी पालन के लिए लोकेशन एवं जगह का चयन करें
अगर Goat farming business छोटे स्तर पर घर से शुरू कर सकते हैं लेकिन अगर बड़े स्तर पर करना चाहते हैं तो बकरी फार्म या शेड ऐसी लोकेशन पर बनाएं जो ऊंचाई पर हो बारिश या बाढ़ में जल जमाव की समस्या न होने पाए और लोकेशन आबादी एवं भीड़भाड़ वाले एरिया से दूर पेड़-पौधे, बाग-बगीचा, चारागाह या जंगल का किनारा हो जहां बकरियां शांति और खुले में रह सके और आसानी से अपना भोजन प्राप्त कर सकें।
बकरी पालन के लिए औसतन एक बकरी के लिए 12 से 15 वर्गफीट जगह की आवश्यकता होती है अब आप जितनी संख्या में बकरियां रखेंगे उतनी ही अधिक जगह की भी आवश्यकता पड़ेगी।
अब अगर आप 100 बकरियां रखते हैं तो 100 बकरियों के रहने के लिए 1500 स्क्वायर फीट में शेड इसके अलावा 1000 वर्गफीट जगह इनके साफ-सफाई, देखभाल, टीकाकरण, कार्यालय, गोदाम आदि के लिए भी चाहिए। कुल मिलाकर 100 बकरियां रखने पर आपको करीब 2500 वर्गफीट एरिया की जगह की आवश्यकता पड़ सकती है।
बकरी शेड़ का निर्माण कैसे करें
अगर आप छोटे स्तर पर कम लागत में Goat farming business करना चाहते हैं तो आपको शायद शेड के निर्माण की आवश्यकता नहीं पड़ेगी आप अपने घर से बिना शेड के एक कमरे से व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
अगर आपके पास अधिक पूंजी है और बड़े स्तर पर Goat farming business करना चाहते हैं तो शेड को आधुनिक तरीके से निर्माण कराकर ही बकरी पालन शुरू करें जिससे भविष्य में अधिक समस्या उत्पन्न ना हो। शेड का निर्माण बकरियों की संख्या पर आधारित करता है कि आप कितनी संख्या में बकरियां रखना चाहते हैं।
उचित देखभाल एवं चारा पानी की व्यवस्था करें
बकरियों के अच्छे विकास के लिए उचित चारा पानी एवं देखभाल बहुत ही आवश्यक है बकरियों को हर रोज हरा चारा और बकरियों का दाना, समय-समय पर पानी देना चाहिए एक बकरी आमतौर पर 1-2 किलो चारा खाती है। अगर आप जंगल या चारागाह के किनारे हैं तो बकरियों को चराने ले जाएं तो आपका दाने का खर्च कम हो जाएगा। बकरियों के शेड एवं उनके मल और मूत्र की साफ सफाई, समय-समय पर सभी बकरियों को नहलाना आवश्यक है।
बीमारी की जांच एवं टीकाकरण की व्यवस्था करें
बकरियों को रोगमुक्त रखने के लिए उसे नियमित रूप से टीकाकरण और डीवॉर्मिंग करवाते रहना चाहिए। पैर और मुहं के रोग (एफएमडी), गोट प्लेग के रोग (पीपीआर), हेमोरेगिक सेप्टिसेमिया (एचएस), एंथ्रेक्स और गोट पोक्स से संबंधित टीकाकरण और डीवोर्मिंग नियमित रूप से करते रहना चाहिए।
बकरी पालन एवं रख-रखाव से सम्बन्धित जरूरी बातें
Goat farming business शुरू करने के लिए बहुत सी जरूरी बातें जैसे- शेड का निर्माण, चारा पानी की व्यवस्था, दवाई एवं टीकाकरण की व्यवस्था, साफ सफाई आदि से सम्बन्धित निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता है।
- बकरियों का शेड बनाते समय यह भी सुनिश्चित करें कि शुद्ध हवा आने जाने के लिए खुला और ऊँचा स्थान हो ताकि बकरियों को हमेशा शुद्ध हवा, रोशनी मिलती रहे बकरियों का मल-मूत्र और पानी शेड से आसानी से बाहर निकल सकें, इसके लिए जमीन पर थोड़ी ढाल बना दें।
- बकरियों के लिए शेड बनाने का काम जमीन पर या जमीन से कुछ ऊंचाई पर करें, बकरियां जमीन में टच नहीं होंगे तो बीमार कम होंगे और उनका विकास ठीक से हो सकेगा।
- बकरियों को हमेशा शुद्ध पीने का पानी मिलता रहे, शेड बनाते समय सबमर्शिबल या बोरिंग लगवा दें और पाइप के रास्ते शेड में पानी की सप्लाई दे दें जिससे बकरियों को पानी पीने में आसानी हो।
- शेड बनाते समय शेड की लंबाई, चौड़ाई, शेड के छत की ऊंचाई और शेड के दीवार की मोटाई का विशेष ध्यान दें जिससे बकरियों को घुटन होने पाए और किसी भी मौसम में तापमान सामान्य बना रहे।
- शेड के अंदर बकरी, बकरा और छोटे बच्चे (मेमना) के लिए अलग-अलग शेड बनाए।
- बकरियों को बीमारी से बचाने के लिए शेड में खाने पीने वाले बकरियों के बर्तन को हमेशा साफ करते रहें।
- बकरियों को समय-समय पर बैक्सीन, जूं और कीडे़ मकोडे़ से बचने के लिए दबाई लगानी चाहिए।
- आप हमेशा ध्यान रखें कि जब भी कोई बकरी अस्वस्थ या शांत लगे तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।
सही जानकारी एवं प्रशिक्षण की आवश्यकता
अगर आपको Goat farming business करना नहीं आता है तो आप किसी बड़े बकरी फार्म या सरकारी प्रशिक्षण संस्थान में जाकर बकरी पालन प्रशिक्षण 7 से 15 दिन में अच्छे से ट्रेनिंग ले सकते हैं इसके बाद शुरू करें। बिना ट्रेनिंग के शुरू करने पर आपको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
बकरी पालन बिजनेस के लिए लागत
Goat farming business आप छोटे स्तर पर कम लागत में घर से 15- 20 बकरियां को रखकर यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं और जैसे-जैसे आप कमाते जाएं वैसे-वैसे बकरियों की संख्या बढ़ते जाएं। जिसके लिए आपको 45000 से ₹50000 की आवश्यकता पड़ सकती है।
Goat farming business अगर आप बड़े स्तर पर करना चाहते है जिसमें आप 1 यूनिट (एक यूनिट- 50 बकरियाँ और 2 बकरे) जिसकी कीमत लगभग 390000 रूपये में खरीद सकते हैं इसके अलावा बकरियों के रहने के लिए शेड के निर्माण से लेकर दाना पानी, रख रखाव, विद्युत, वैक्सीन, टीकाकरण, बकरियों के बीमा पर खर्च, मजदूर का खर्च आदि खर्चो को मिलाकर कर साढे़ पाँच तक का खर्च आ सकता है।
50 बकरियों की कीमत (एक यूनिट बकरियां) | 3,75,000 रूपया |
दो बकरे की कीमत (बकरियों के प्रजनन के लिए) | 15,000 रूपया |
एक यूनिट बकरियों की कुल कीमत | 3,90,000 रूपया |
बकरी पालन के लिए लोन एवं सब्सिडी
केंद्र सरकार से Goat farming business शुरू करने के लिए नाबार्ड के अन्तर्गत 30 लाख तक का लोन या प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के अन्तर्गत 10 लाख तक का लोन किसी भी सरकारी या प्राइवेट बैंक से प्राप्त कर लकते है जिसमें 25% तक की सब्सिडी जनरल कैटेगरी को दी जाती है अनुसूचित जन जाति को 35% तक की सब्सिडी सरकार की तरफ से मिल सकती है। हरियाणा सरकार तो इस व्यापार को शुरू करने के लिए 90% तक का सब्सिडी दे रही है, जो अन्य राज्यों की सरकारों के मुकाबले सबसे ज्यादा है।
जरूरी दस्तावेज एवं पंजीकरण
Goat farming business शुरू करने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज एवं प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। जो निम्नलिखित है।
- बकरी पालन प्रोजेक्ट का रिपोर्ट
- भूमि पर मालिकाना अधिकार का दस्तावेज
- उद्योग आधार सर्टीफिकेट
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक खाता
- पासपोर्ट साइज फ़ोटो
- पैन कार्ड
बकरी पालन से कमाई
Goat farming business में कमाई बहुत अच्छी खासी हो जाती है 25 किलोग्राम की बकरी का औसत मूल्य 10000 रुपये होता है. इसलिए अगर 20 बकरियों से 8 से 10 बकरियां हर साल बिकती हैं तो 1 साल में कम से कम लागत में एक लाख रुपए की कमाई हो जाती है। जो हर साल बढ़ता रहेगा। बकरियों को उनके बजन के अनुसार बेंचे ताकि आप अधिक लाभ प्राप्त कर सकें।
इसके अलावा आप दूध बेचकर भी अलग से कमाई कर सकते हैं बकरियों के दूध को बेचने के लिए आपको अपने आसपास एक अच्छा बाजार खोजना होगा जहां आप अपनी बकरियों के दूध को बेंच सकें आप चाहें तो दूध के लिए किसी डेयरी से भी सम्पर्क करके बेच सकते हैं।
Goat farming business related FAQ
Q1. बकरी पालन बिजनेस कैसे शुरू करें?
दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से Goat farming business कैसे शुरू करें इससे सम्बन्धित संपूर्ण बातों का अध्ययन किया गया है अगर आपके पास कम लागत है तो आप कम लागत में घर से भी 8-10 बकरियों के साथ भी शुरू कर सकते हैं और अगर आपके पास पूंजी की कमी है तो सरकारी योजनाओं के माध्यम से लोन लेकर Goat farming business शुरू कर सकते हैं।
Q2. बकरी पालन शुरू करने में कितनी लागत आती है?
Goat farming business आप छोटे स्तर पर कम लागत में घर से 15- 20 बकरियां को रखकर यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं और जैसे-जैसे आप कमाते जाएं वैसे-वैसे बकरियों की संख्या बढ़ते जाएं। जिसके लिए आपको 45000 से ₹50000 की आवश्यकता पड़ सकती है।
Q3. बकरी पालन में कितनी कमाई हो सकती है?
Goat farming business में कमाई बहुत अच्छी खासी हो जाती है 25 किलोग्राम की बकरी का औसत मूल्य 10000 रुपये होता है. इसलिए अगर 20 बकरियों से 8 से 10 बकरियां हर साल बिकती हैं तो 1 साल में कम से कम लागत में एक लाख रुपए की कमाई हो जाती है।
Q4. 20 बकरियां पालने पर कितना खर्च करना पड़ेगा?
Goat farming business आप छोटे स्तर पर कम लागत में घर से 15- 20 बकरियां को रखकर यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं और जैसे-जैसे आप कमाते जाएं वैसे-वैसे बकरियों की संख्या बढ़ते जाएं। जिसके लिए आपको 45000 से ₹50000 की आवश्यकता पड़ सकती है।
Q5. सबसे ज्यादा बच्चे देने वाली बकरी कौन से नस्ल की है?
बरबरी बकरी 14 से 16 महीने में दो बार बच्चे को जन्म देती है और एक बार में दो से तीन बच्चे पैदा कर सकती है। बच्चों का वजन जन्म के समय दो से तीन किलोग्राम हो सकता है।
Q6. एक बकरी एक दिन में कितने किलोग्राम चारा खाती है?
एक बकरी आमतौर पर एक दिन में 1-2 किलो चारा खाती है।
निष्कर्ष (Conclusion)
दोस्तों इस आर्टिकल के माध्यम से Goat farming business कैसे शुरू करें इससे सम्बन्धित संपूर्ण बातों का अध्ययन किया गया है अगर आपके पास कम लागत है तो आप कम लागत में घर से भी 8-10 बकरियों के साथ भी शुरू कर सकते हैं और अगर आपके पास पूंजी की कमी है तो सरकारी योजनाओं के माध्यम से लोन लेकर Goat farming business शुरू कर सकते हैं हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी।
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दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह महत्वपूर्ण रोजगार लेख Best goat farming business in hindi: बकरी पालन का व्यवसाय 2024 कैसे शुरू करें पसंद आया होगा यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें।