चाय की दुकान कैसे शुरू करें :- हम भारतीय लोगों के लिए चाय सबसे फेमस पेय पदार्थों में आता है और चाय का प्रयोग पूरी तरह से हमारे जीवन शैली का हिस्सा बन गया है चाहे सुबह हो,दोपहर हो या शाम हो हर वक्त चाय का सेवन करते हैं चाय की चुस्की थकान मिटाने के साथ साथ लोगों के बीच भाईचारा, रिश्तेदारी,सम्बन्धो में भी गाढ़ापन लाती है यह हर गली, मोहल्ले, नुक्कड़, चौराहों पर चाय की दुकान आसानी से मिल जाती है और हम चाहे घर पर या आफिस में या फैक्ट्री में या टूर पर हर जगह हम चाय को ही प्राथमिकता देते हैं।
इस प्रकार चाय बनाने का बिजनेस हमेशा फायदेमंद रहने वाला है लेकिन मुख्य बात ये है कि बहुत से लोग इस बिजनेस को पारम्परिक तरीके से करते है जिसके कारण वह इस बिजनेस से किसी तरह से गुजर बसर करते हैं लेकिन बीते कुछ सालों में बहुत से युवा उद्यमी आधुनिक सोच और यूनिक तरीके से टी स्टाल का बिजनेस करके करोड़ों का स्टार्ट अप खड़ा कर चुके हैं ऐसे में अगर टी स्टाल बिजनेस की कला एवं रूचि है और आप Small Business की तलाश में है तो टी स्टाल का बिजनेस वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के लिए भी शानदार बिजनेस साबित हो सकता है इसके लिए अधिक पढ़ाई लिखाई की जरूरत भी नहीं पड़ती है।
होम पेज पर जाने के यहाँ क्लिक करें
आप नए जोश और नई विचारधारा के साथ छोटे लेबल से शुरू करके आप एक अच्छी योजना एवं रणनीति बनाकर शहर के अन्य जगहों पर भी अपने फ्रेंचाइजी का विस्तार कर सकते हैं तो आइए इस लेख के माध्यम से चाय की दुकान कैसे शुरू करें कम लागत में अधिक मुनाफा कमायें तथा इस बिजनेस की कमजोर और मजबूत पहलू क्या- क्या है बिजनेस प्लान, लागत, रा मैटेरियल, लाभ, अन्य वस्तुओं की संपूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से प्राप्त करके कैसे आसानी से बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
भारत में चाय का उपयोग (Use of tea in India)
भारत विश्व में चाय के उत्पादन में चीन के बाद दूसरे स्थान पर आता है चाय के उत्पादन में असम और दार्जिलिंग का प्रमुख स्थान है यहां चाय के बागान सबसे अधिक हैं और यहाँ प्राकृतिक गुणवत्ता युक्त चाय अपने आप में बहुत फेमस है यहाँ कुल उत्पादन का लगभग 50% उत्पादित किया जाता है और लेकिन अपने कुल उत्पादन का लगभग 65% हम स्वयं उपभोग करते हैं और सिर्फ 35% अन्य देशों में निर्यात करते हैं जिससे पता चलता है कि चाय के उपभोक्ता हमारे देश में बहुत अधिक है हमारे भारत में खासकर उत्तरी पूर्वी भारत में चाय बनाने का बिजनेस पिछले कुछ सालों में तेजी से बढा है।
मार्केट रिसर्च करें (Market analysis)
चाय की दुकान शुरू करने के लिए सोच आधुनिक और प्लान फ्यूचरिस्टिक होनी चाहिए मार्केट में चाय कितने प्रकार के बनाए जाते है, उसमें कौन सी चाय सबसे ज्यादा फेमस है कौन से चाय की खपत अधिक है किस चाय में आपका लाभ अधिक होगा चाय बनाने में कुल कितना खर्चा आएगा टी स्टाल की लोकेशन क्या होगी और उस लोकेशन के आस पास कितने चाय के शॉप्स है इन सभी बातों पर मार्केट रिसर्च करना बहुत आवश्यक है मार्केट में चाय के कुछ प्रकार निम्नलिखित दिये गये है।
जैसे- लेमन टी, ब्लैक टी, ग्रीन टी, तन्दूरी टी, मिल्क टी, मसाला टी आदि फेमस चाय मानें जाते है।
बिजनेस प्लान बनायें (Make a business plan)
किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए सबसे पहले उस बिजनेस प्लान बनाना आवश्यक है बिना प्लान के शुरू किया गया बड़े से बड़ा बिजनेस भी असफल हो जाता है इसी प्रकार चाय की दुकान एक High Competition का काम है क्योंकि यह बहुत ही कम लागत में शुरू किया जा सकता है इसलिए चाय की दुकान आपको हर गली, मोहल्ले, चौक चौराहे पर आराम से मिल जाती है इसलिए जरूरी है कि बिजनेस से सम्बन्धित पूरा प्लान लोकेशन, लागत, राॅ मटेरियल, लाइसेंस,मार्केटिग आदि सभी पहलुओं पर गहन विश्लेष्ण करें।
सही लोकेशन का चयन करें (Correct location)
किसी भी बिजनेस के सफल होने के लिए लोकेशन बहुत अहम् योगदान रखता है चाहे वह छोटे से छोटा बिजनेस हो या बड़े से बड़ा उद्योग हो अगर सही लोकेशन ना हो तो छोटे से छोटा धंधा या बड़े से बड़ा उद्योग असफल हो जाते हैं उसी प्रकार टी स्टाल का बिजनेस के लिए खपत के अनुकूल लोकेशन बहुत आवश्यक होता है क्योंकि किसी भी बिजनेस में अधिक खपत और अच्छी क्वालिटी ही जल्दी सफल होने का प्रमुख कारण होता है।
टी स्टाल का बिजनेस ऐसे जगह चयन करें जहाँ पर प्रतिदिन हमेशा अधिक भीड़भाड़ इकट्ठा होता हो जैसे- चौक, चौराहे, मार्केट, शैक्षणिक संस्थानों के आसपास, शापिंग माल के आसपास, फैक्ट्री, इंडस्ट्रियल एरिया के आसपास, कोर्ट कचहरी के आसपास, रेलवे स्टेशन व बस स्टेशन के आसपास, बैंक, सरकारी एवं प्राइवेट कार्यालयों के आसपास आदि जगह से शुरू कर सकते हैं यहां पर लोग सुबह दोपहर शाम चाय पानी पीने जलपान करने के लिए निकलते रहते हैं और आपके स्टाल को टारगेट कर सकते हैं।
चाय की दुकान के लिए जरूरी वस्तुऐं (Essential items for a tea stall)
यह तय कर लिया कि हमें टी स्टाल का बिजनेस कहाँ और किस पर शुरू करना है तो इसके बाद और कौन कौन से सामान लगने वाले है तो इसके लिए कुछ जरूरी बर्तन जैसे दूध रखने के लिए बड़ा भगोना, चाय बनाने के लिए फ्राईपिन, स्टील करछुल, स्टील चायछन्नी, स्टील जग, स्टील ट्रे, स्टील चम्मच, चाय की केतली, जार, छोटा इमाम दस्ता, गिलास, कांच का गिलास, गैस सिलेंडर, गैस चूल्हा ,डस्टबिन आदि लेने की आवश्यकता होती है यह सभी वस्तुएं आपको बार बार लेने की जरूरत नहीं पड़ती हैं ऑनलाइन खरीदना चाहते हैं तो इंडिया मार्ट की वेबसाइट के माध्यम से खरीद सकते हैं।
चाय बनाने में लगने वाली सामग्री (Raw materials)
टी स्टाल का बिजनेस के लिए उपरोक्त सभी बातों को ध्यान में रखते हुए आप पूरी तैयारी कर चुके हैं तो टी स्टॉल शुरू करने के लिए रॉ मैटेरियल सबसे जरूरी होता है जो आपको बार-बार जरूरत के अनुसार खरीदना पड़ेगा जिसमें अच्छे क्वालिटी का दूध, शूगर, अदरक, चाय पत्ती, इलायची, फ्लेवर, पेपर कप आदि की जरूरत हमेशा लगती है और चाय के साथ टोस्ट, नमकीन, ब्रेड, बिस्किट, बंद मक्खन भी रखकर मुनाफा कमा सकते हैं इसके अलावा अगर आप अलग-अलग क्वालिटी के चाय बनाते हैं तो आवश्यकतानुसार और भी चीजों की जरूरत पड़ सकती है।
चाय की दुकान शुरू करने में खर्च (Total Investment)
चाय की दुकान में उपरोक्त सभी वस्तुओं को खरीदने में आने वाला खर्च ₹15000-20000 तथा गैस सिलेंडर और चूल्हे ₹7000 का खर्च, दुकान का रेंट ₹3000 या ठेले पर लगाने पर कम से कम ₹10000 का खर्च, लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन पर खर्च ₹5000, लोकल अथॉरटी से परमिशन नि:शुल्क या कुछ मासिक शुल्क पर आदि सभी खर्च मिलाकर आपको करीब ₹40000-45000 खर्च करने पड़ सकते हैं। सभी खर्च को चार्ट के माध्यम से समझने का प्रयास करते हैं-
बिजनेस रिक्वायरमेंट | लगने वाला खर्च (स्थाई खर्च) |
लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन पर खर्च- | ₹5000 |
दुकान का रेंट या ठेला पर खर्च- | ₹3000 या ₹10000 |
गैस सिलेन्डर एवं चूल्हा पर खर्च- | ₹7000 |
मार्केटिंग पर खर्च- | ₹5000 |
अन्य खर्च (बर्तन एवं औजार)- | ₹15000-20000 |
चाय की दुकान के लिए ऋण (Loan for tea shop)
केन्द्र सरकार के द्वारा MSME को बढ़ावा देने के लिए जो आर्थिक रूप से पिछड़े छोटे उद्यमी हैं उनके लिए भी सरकार ने मेक इन इंडिया के तहत कई ऋण योजनाएं लांच किए हैं जैसे प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम आदि योजनाओं के माध्यम से लोन ले सकते हैं जिसके लिए आपको अपने उद्यम के वैध डॉक्यूमेंट के साथ अपने नजदीकी बैंक शाखा में सम्पर्क करके चाय की दुकान शुरू करने के लिए लोन ले सकते हैं।
चाय की दुकान के लिए लाइसेंस (Licence for tea shop)
चाय की दुकान अगर आप छोटे लेबल पर करते हैं तो किसी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन उस ठेले या दुकान के लिए लोकल अथॉरिटी जैसे टाउन एरिया, म्युनिसिपल कारपोरेशन आदि से परमिशन की आवश्यकता पड़ सकती है।
लेकिन जब बड़े लेवल पर कम्पनी और ब्रांड बनाकर टी स्टाल का बिजनेस करने लगते हैं तो आपको कुछ जरूरी लाइसेंस एवं रजिस्ट्रेशन करवाने पडेंगे
- आधार उद्योग
- ट्रेडमार्क लाइसेंस
- लोकल अथाॅरिटी से NOC
- FSSAI प्रमाणपत्र
- जीएसटी पंजीकरण
नैपकिन पेपर बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें
चाय की दुकान की जरूरी बातें (Important Baate)
- चाय की दुकान में रखने वाले प्रोडक्ट की क्वालिटी से समझौता न करें अच्छी क्वलिटी और अच्छी सर्विस ही चाय की दुकान की रीढ़ है।
- आपको एक विशेष क्वालिटी बेस्ड चाय बनानी होगी जिससे ग्राहक आपकी तरफ खिंचे चले आएं वही चाय का क्वालिटी को हमेशा मेंटेन रखना पड़ेगा।
- चाय बनाते वक्त एक पैमाना बनाना होगा और जिससे क्वालिटी हमेशा बनी रहे और ग्राहक जैसा उम्मीद करके आपके पास आता है उसी क्वालिटी की चाय उसे मिलनी चाहिए।
- चाय की दुकान पर आप चाय के साथ साथ और भी कुछ वस्तुएं रख सकते हैं जैसे नमकीन, बंद, बिस्किट आदि जिससे ग्राहक को आपकी दुकान पर संबंधित प्रोडक्ट मिल जाए जैसे आपको इक्स्ट्रा इनकम भी हो जाए।
- चाय की दुकान पर चाय बनाते व डिलीवर करते समय साफ सफाई, सर्विस पर विशेष ध्यान दें।
- आप अपने चाय की दुकान पर अलग-अलग क्वालिटी के चाय की सूची और उसका रेट का मेन्यू जरूर लगा कर रखें।
- उपरोक्त सभी बातों को फालो करने के बाद अगर आपका टी स्टाल का बिजनेस फेमस हो गया तो लोग दूर-दूर से आपके स्टाल पर चाय पीने के लिए आएंगे।
चाय की दुकान में कमाई (Tea staal in profit)
आप अच्छी क्वालिटी की चाय बना कर देते है तो लगभग 40% का प्रॉफिट आएगा क्योंकि 1 लीटर दूध में कम से कम 20 कप अच्छी क्वालिटी की चाय बना सकते हैं। 1 लीटर अच्छी क्वालिटी दूध की कीमत ₹60 और इसमें चायपत्ती, शुगर, इलायची, अदरक, लौंग, फ्लेवर तथा बनाने का खर्च आदि जोड़कर ₹60 और रख लेते हैं इस प्रकार एक लीटर दूध में 20 कप चाय बनाने में कुल ₹120 का खर्च आता है तथा एक कप चाय पर ₹6 का खर्च आता है अगर हम ₹10 प्रति चाय बेचते हैं तो ₹200 रुपये हो जाएंगे तो 40% प्रॉफिट आ रहा है।
दूध की कीमत | बनाने एवं अन्य खर्च | कुल खर्च | कुल चाय एवं प्रति चाय खर्च | बिक्री/कप एवं कमाई | प्रॉफिट मार्जिन |
₹60 | ₹60 | ₹120 | 20 कप (50 ml) एवं ₹6/चाय | ₹10/कप एवं ₹200 | ₹80 |
मार्केटिंग कैसे करें (How to do marketing)
वैसे तो चाय की दुकान के लिए मार्केटिंग की कोई खास आवश्यकता नहीं पड़ती है टी स्टाल बिजनेस छोटे लेवल से करते हैं तो थोड़ी बहुत मार्केटिंग कर सकते हैं जिसके लिए आप सोशल मीडिया का सहारा ले सकते हैं या फिर अपने आसपास के क्षेत्रों में अपना मोबाइल नंबर शेयर करा दें जो आपके परमानेंट ग्राहक है जिससे आपको आर्डर मिलने में आसानी होगी।
लेकिन जब आप मेहनत करके उसे बड़े लेवल पर ले जाते हैं तो अपने चाय को एक ब्रांड बनाकर आप अपनी निजी वेबसाइट बनाकर आनलाइन तरीके से भी मार्केटिंग कर सकते हैं यूट्यूब, टीवी और रेडियो चैनल और सोशल मीडिया पर विज्ञापन भी करा सकते हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
पूरे लेख को रीड करने के बाद हम इस निष्कर्ष पर पहुंचते हैं कि टी स्टॉल का बिजनेस कम लागत में शुरू होने वाला एक हाई कंपटीशन बिजनेस है लेकिन साथ ही इस बिजनस में मुनाफा भी अधिक होता है अगर आपके अंदर इस बिजनेस की कला और रुचि है तो इस बिजनेस को शुरू कर सकते हैं तो पहले इसकी अच्छे से प्लानिंग और मार्केट रिसर्च कर लें जिसके बाद इस बिजनेस को फ्यूचरिस्टिक सोच के साथ शुरू करें आप जरुर सफल होंगे।
चाय की दुकान से सम्बन्धित प्रश्न (Frequently Asked Questions)
Q1 चाय बनाने में कौन कौन सी सामग्री लगती है?
अच्छे क्वालिटी का दूध, शूगर, अदरक, चाय पत्ती, इलायची, फ्लेवर, पेपर कप आदि की जरूरत हमेशा लगती है।
Q2 चाय के दुकान में कितना प्राफिट होता है?
आप अच्छी क्वालिटी की चाय बना कर देते है तो लगभग 40% का प्रॉफिट आएगा क्योंकि 1 लीटर दूध में कम से कम 20 कप अच्छी क्वालिटी की चाय बना सकते हैं। 1 लीटर अच्छी क्वालिटी दूध की कीमत ₹60 और इसमें चायपत्ती, शुगर, इलायची, अदरक, लौंग, फ्लेवर तथा बनाने का खर्च आदि जोड़कर ₹60 और रख लेते हैं इस प्रकार एक लीटर दूध में 20 कप चाय बनाने में कुल ₹120 का खर्च आता है तथा एक कप चाय पर ₹6 का खर्च आता है अगर हम ₹10 प्रति चाय बेचते हैं तो ₹200 रुपये हो जाएंगे तो 40% प्रॉफिट आ रहा है।
Q3 चाय की दुकान के लिए कौन कौन से लाइसेंस की जरुरत लगती है?
1. आधार उद्योग
2. ट्रेडमार्क लाइसेंस
3. लोकल अथाॅरिटी से NOC
4. FSSAI प्रमाणपत्र
5. जीएसटी पंजीकरण
Q4 टी स्टाल शुरू करने में कितना खर्च आता है?
लोकल अथॉरटी से परमिशन नि:शुल्क या कुछ मासिक शुल्क आदि सभी खर्च मिलाकर आपको करीब ₹40000-45000 खर्च करने पड़ सकते हैं।
Q5 एक लीटर दूध में कितने कप चाय बनता है?
एक लीटर दूध में कम से कम 20 कप अच्छी क्वालिटी की चाय बना सकते हैं।
Q6 एक कप चाय में कितना खर्च आता है?
एक लीटर दूध में 20 कप चाय बनाने में कुल ₹120 का खर्च आता है तथा एक कप चाय पर ₹6 का खर्च आता है।
दोस्तों, हम यह उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा लिखा गया यह महत्वपूर्ण लेख चाय की दुकान कैसे शुरू करें | Low investment high profit tea shop business In Hindi 2024 पसंद आया होगा यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें इस पोस्ट पर समय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद (आपका दिन शुभ हो)
यह भी पढे़ं–