(कड़कनाथ मुर्गी पालन, उपप्रजाति, मार्केट रिसर्च, बिजनेस प्लान, फार्म के लिए लोकेशन, बिजनेस के फायदे, कड़कनाथ मुर्गी फार्म की लागत, पोषाहार, मार्केटिंग, लोन, सब्सिडी, लाइसेंस, लाभ सहित संपूर्ण जानकारी)
कड़कनाथ मुर्गी फार्म 2024 कैसे शुरू करें- भारत की बढती जनसंख्या के कारण चिकन मीट और अंडे की मांग में भी वृद्धि हो रही है नॉन वेज या मांस खाने वालों का पसंदीदा भोजन है चिकन अपने स्वाद और जायके के लिए प्रसिद्ध है जैसा कि आप चिकन का सेवन करते है तो यह जरूर जानते होंगे कि चिकन की बहुत सी प्रजातियां होती है जिनको देसी मुर्गी, ब्रायलर मुर्गी, क्रायलर मुर्गी आदि के नाम से जाना जाता है।
इन सभी के अलावा एक और प्रजाति का चिकन आजकल काफी फेमस है वह कड़कनाथ प्रजाति के मुर्गे का चिकन है जो मार्केट मे काफी महंगा बिकता है ऐसे में कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म का बिजनेस करके कम लागत में अधिक लाभ कमा सकते हैं। कड़कनाथ मुर्गे का मांस आम चिकन से कई गुना अच्छा होता है इसलिए कड़कनाथ मुर्गा फार्म का व्यवसाय करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं क्योंकि इसके अंडे और मांस मार्केट में काफी अच्छी कीमत में बिकते हैं और कुछ बीमारी में काफी हद तक फायदेमंद होता है जिस कारण इसकी डिमांड बीते कुछ दिनों से पूरे भारत में अधिक रही है।
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ऐसे में अगर आपके पास निवेश की क्षमता और इस बिजनेस में रुचि है तो कड़कनाथ मुर्गी फार्म का बिजनेस शुरू करके सी कमाई कर सकते हैं और अपने साथ और भी लोगों को रोजगार दे सकते हैं और आत्मनिर्भर भारत बनाने में योगदान दे सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गी की संक्षिप्त जानकारी
कड़कनाथ मुर्गा एक विशेष प्रजाति का जीआई टैग प्राप्त मुर्गा है जो देखने में पूरी तरह से काले रंग का होता है जिसका मांस, खून, बाल और चोंच भी काले रंग का होता हैं इसलिए इसे कालीमासी मुर्गा भी कहा जाता है। बाजार में एक अंडे का मूल्य 30 से 50 रुपये तक और मांस 900 से 1000 रुपये प्रतिकिलो तक मिलता है।
यह प्रजाति अधिकतर मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के कठ्ठिवाड़ा और अलीराजपुर के जंगलों में पाये जाते थे। लेकिन अब यह प्रजाति उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडू, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के साथ पूरे देश भर में बहुत लोकप्रिय हो गयी है।
अब यह प्रजाति बहुत से लोगों का मुख्य व्यवसाय है क्योंकि गुणवत्ता और स्वास्थ्य से जुड़े लाभों एवं अच्छी कमाई होने के कारण इसके पालने वालोंं की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है इस विशेष प्रजाति के मुर्गे को इसकी उच्च गुणवत्ता और प्राकृतिक विशेषताओं के कारण वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के द्वारा इसे जीआई टैग भी दिया गया है कड़कनाथ मुर्गी के मांस और अंडे की मांग बहुत अधिक रहती हैं।
कड़कनाथ मुर्गी की उपप्रजातियां
कड़कनाथ प्रजाति कुल मिलाकर तीन प्रकार की उपप्रजाति/वेराइटी पायी जाती है।
- जेड ब्लैक वेराइटी के मुर्गे के पंख, चोंच, पंजा, खुन और मांस काले रंग का होता हैं कड़कनाथ प्रजाति में सबसे ज्यादा फेमस इसी वेराइटी को माना जाता है।
- पेंसिल्ड वेराइटी के मुर्गे का आकार बड़ा एवं शरीर पेंसिल की तरह होता है इसलिए इसे पेंसिल वेराइटी का मुर्गा कहते है।
- गोल्डन वेराइटी के मुर्गे का शरीर थोड़ा लम्बा और रंग गोल्डन ब्लैक कलर का होता जिसके पंख पर गोल्डन कलर के छींटे होते हैं।
कड़कनाथ मुर्गा का चिकन के फायदे
कड़कनाथ मुर्गी का अंडा एवं मांस का सेवन करने से देशी और बॉयलर मुर्गो के मांस एवं अंडों की तुलना अधिक स्वादिष्ट और काफी फायदेमंद होते हैं इसमें प्रजाति में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम एवं प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जो दिल, कैंसर एवं मधुमेह के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
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कैसे खोलें कड़कनाथ मुर्गी फार्म
कड़कनाथ मुर्गियों को देसी एवं ब्रायलर मुर्गियों की तुलना इन्हें पालना आसान और खर्च कम एवं लाभ बहुत अधिक हैं इन मुर्गियों को सामान्य मुर्गियों की तरह ही रख सकते हैं कोई अतिरिक्त लागत एवं व्यवस्था की जरूरत नहीं है। इस मुर्गी के दाना-पानी पर बहुत कम खर्च होता है। किसी बगीचे में शेड़ बनाकर पालने से खर्च बहुत कम हो जाता है कड़कनाथ मुर्गी में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है जिस कारण यह मुर्गियां कम बीमार होती है जिससे दवा एवं टीका पर खर्च भी कम आता है।
कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू करने के लिए किसी जानकार व्यक्ति की सलाह लें और इस बिजनेस से संबंधित ट्रेनिंग और प्रशिक्षण जरूर प्राप्त कर लें। जिसके बाद वहां दाना-पानी, रखरखाव, लाइसेंस एवं मार्केटिंग आदि खर्चों का विश्लेषण करें जिसके उपरांत मुर्गी फार्मिंग निम्नलिखित चरणों का पालन करके शुरू किया जा सकता है।
1. व्यापार योजना बनाने के लिए मार्केट रिसर्च करना
किसी भी बिजनेस को शुरू करने से पहले मार्केट रिसर्च जरूर करें और बिज़नेस प्लान बना लें जिससे आपको बिजनेस शुरू करने में आसानी होगी और बिजनेस प्लान में उस बिजनेस से संबंधित जैसे आपके कड़कनाथ मुर्गे की डिमांड, चूजों को कहां से खरीदें, खाने-पीने की व्यवस्था, मांस एवं अंडा कितने रेट, बिजनेस में फायदा आदि सभी बातों का विश्लेषण पहले कर लें इसके बाद बिजनेस शुरू करने का प्लान बनाएं।
2. फार्म खोलने के लिए उचित स्थान चुनें
कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू करने के लिए उचित स्थान का चयन करें जो गांव, शहर और भीड़भाड़ वाले एरिया से दूर हो जिससे आप के फार्म की गंध वहां ना पहुंचे। कड़कनाथ मुर्गी फार्म को ऐसे जगह पर बनायें जहां बिजली, पानी एवं उससे संबंधित अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध हो सकें और वहां वाहनों की आवाजाही हो सके और मार्केटिंग करने में आसानी हो।
3. पोल्ट्री फार्म के लिए हवादार शेड़ बनाना
कड़कनाथ मुर्गी को फार्म के लिए ऐसे जगह पर शेड का निर्माण करें जो ऊंचाई पर हो ताकि बारिश में जलजमाव की समस्या न आये और पर्याप्त हवा, रोशनी, बिजली, दाना और पानी का उचित प्रबंध हो सके मुर्गी शेड का साइज आपके मुर्गियों की संख्या और लागत पर निर्भर करता है औसतन एक मुर्गी के लिए 2.5 वर्गफीट एरिया की आवश्यकता पड़ती है।
4. कड़कनाथ मुर्गी के चूजों को पोल्ट्री फार्म पर लायें
कड़कनाथ मुर्गी फार्म के लिए चूजे को आप किसी जाने-माने कड़कनाथ मुर्गी के व्यवसाई से खरीद सकते हैं या अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र से खरीद सकते हैं कड़कनाथ मुर्गी के एक चूजे की कीमत लगभग 80 से 100 रूपये हो सकती है। आप अपनी लागत और क्षमता के अनुसार खरीद सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार के द्वारा 1000 चूजे 50-55 हजार रुपये में, शेड और छह महीने का दाना 3 किस्तों में देती है। साथ ही मुर्गियों का टीकाकरण सरकार द्वारा ही किया जाता है। मध्यप्रदेश सरकार अंडे सेने वाली मशीन मुफ्त मे देती है और लागत में सब्सिडी भी प्रदान करती है।
5. मुर्गियों को उचित पोषाहार की व्यवस्था करें
कड़कनाथ मुर्गी के खाने एवं पीने के लिए जो आहार देसी मुर्गी को दिया जाता है जैसे- चोकर, सरसों की खली, टूटे हुए अनाज, हरा चारा, बरशींग आदि आहार दे सकते हैं लेकिन यह एक विशेष प्रजाति की मुर्गी होती है इसलिए मुर्गी की डिमांड मार्केट में अधिक रहती है और काफी महंगा बिकता है जिस कारण इन्हे बढ़िया पोषाहार देकर अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गियों के अच्छे विकास के लिए दाना जो तीन तरह का होता है जो मुर्गियों को उनके उम्र के हिसाब से देना पड़ता है 7 दिन के चूजे को प्रीस्टार्टर दाना, 8-20 दिन के चूजों के लिए स्टार्टर दाना और 21 दिन के कड़कनाथ मुर्गों को finisher या grower दाना खिलाया जाता है।
6. कड़कनाथ मुर्गी फार्म की मार्केटिंग करना
अगर आप कड़कनाथ मुर्गी फार्म का बिजनेस शुरू कर रहे हैं तो पोल्ट्री फार्म की मार्केटिंग बहुत जरूरी है जिससे लोग आपके बिजनेस को जान सके मार्केटिंग करने के लिए अपने लोकल क्षेत्र में बैनर, पोस्टर लगवा सकते हैं इसके अलावा ऑनलाइन व्हाट्सएप ग्रुप या फेसबुक, इंस्टाग्राम पेज बनाकर मार्केटिंग और प्रचार-प्रसार कर सकते हैं।
7. प्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता
कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म शुरू करने के लिए स्वयं के साथ दो से तीन प्रशिक्षित और अनुभवी व्यक्तियों की आवश्यकता पड़ सकती है अगर प्रशिक्षित व्यक्ति नहीं मिल रहे हैं प्रशिक्षण के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे प्रशिक्षण केंद्र में भाग ले सकते हैं या किसी नजदीकी कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म पर जाकर ट्रेनिंग ले सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गी फार्म में कितना खर्च लगेगा
कड़कनाथ मुर्गी फॉर्म कम से कम 50 चूजों को खरीद कर स्टार्ट कर सकते हैं जो आपको किसी अच्छे कड़कनाथ मुर्गी व्यापारी या जिला कृषि विकास केंद्र से 80 से 100 रुपए प्रतिचूजे की दर से आपको 4000 से ₹5000 खर्च, शेड़ बनाने में 15000 से ₹20000 खर्च करने होंगे। फीडिंग पर 5000 रूपये का खर्च, मार्केटिंग एवं प्रचार प्रसार में करीब ₹2000 का खर्च आ सकता है वैक्सीन व मेडिसिन, बिजली बिल अन्य खर्च में करीब 5000 रूपये की जरूरत पड़ सकती है।
कुल मिलाकर छोटे स्तर पर कम जगह में कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू करते हैं तो कम से कम 35,000 से 40,000 रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं अगर यह बिजनेस बड़े स्तर पर करेंगे तो संख्या पर निर्भर करता है जितनी अधिक संख्या में मुर्गियां रहेगी उतना ही लागत बढ़ता जाएगा।
पोल्ट्री फार्म के लिए लोन व सब्सिडी
पिछले कुछ सालों में सरकार के द्वारा कृषि एवं पशुपालन से आय दोगुनी करने पर काफी जोर दिया जा रहा है जिससे भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा सके जिसके लिए बहुत सी योजनाएं लागू की गई है जिसके माध्यम से आप लोन एवं सब्सिडी प्राप्त करके कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार के द्वारा 1000 चूजे 50 से 55 हजार रुपये में, शेड और छह महीने का खाना 3 किस्तों में देती है। साथ ही मुर्गियों का टीकाकरण सरकार द्वारा किया जाता है। मध्यप्रदेश सरकार अंडे सेने वाली मशीन (हैचर) को मुफ्त में और सब्सिडी भी प्रदान करती है।
नाबार्ड के पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड और राष्ट्रीय पशुधन मिशन से देश के लगभग सभी राज्यों में कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म के लिए ऋण और सब्सिडी मिल सकती है. सामान्य श्रेणी वाले मुर्गी पालकों को 25% अनुदान मिलता है, जबकि BPL, SC/ST और उत्तर पूर्वी राज्यों को 33 प्रतिशत सब्सिडी सरकार के द्वारा प्रदान किया जाता है।
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कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म के लिए लाइसेंस
कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू करने के लिए MSME में अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड करके उद्योग आधार सर्टीफिकेट प्राप्त कर लें इसके अलावा आधार कार्ड और लोकल अथॉरिटी से एनओसी लेना होगा। लोन और सब्सिडी प्राप्त करने के लिए उद्योग आधार में पंजीकरण होना आवश्यक है उद्योग आधार सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए आप ऑनलाइन MSME की वेबसाइट पर जाकर FREE में रजिस्टर्ड करके प्राप्त कर सकते हैं या नजदीकी सीएससी सेंटर जाकर बनवा सकते हैं।
कितनी कमाई हो सकती है
कड़कनाथ मुर्गी के चूजे 70 से 100 रूपये में मिल जाएंगे जिनको अच्छे से तैयार होने में 7 से 8 महीने का समय लगता है जिसके बाद कड़कनाथ मुर्गी 3 से 4 किलो वजन की हो जाती हैं और इनका अंडा मार्केट में 30 से ₹50 प्रति पीस बिकता है और कड़कनाथ मुर्गी के मांस की कीमत 800 से 1000 रुपये प्रतिकिलो तक होती है, जो अलग-अलग क्षेत्र में कम या ज्यादा हो सकता है।
अगर कोई कड़कनाथ मुर्गी पालन 50 चूजों के साथ शुरू करता है तो पहली बार कुल लागत 35000 से ₹40000 आएगी मान लेते हैं कि पूरी तरह से तैयार होने तक 40 चूजे ही बचते हैं एक मुर्गी का वजन 3 से 4 किलो होता है तो 40 चूजों का वजन औसतन 140 किलोग्राम होगा जो ₹800 प्रति किलोग्राम के हिसाब से 112000 रुपए हो जाएंगे जिसमें से ₹35000 लागत निकाल दें तो ₹77000 कुल प्रॉफिट मार्जिन बचेगा यानी कि कड़कनाथ मुर्गी फार्म के बिजनेस में 60 से 70% का प्रॉफिट मार्जिन आसानी से कमा सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गी फार्म से सम्बन्धित प्रश्न Frequently asked questions
Q1. कड़कनाथ मुर्गी फार्म से कितनी कमाई हो सकती है?
कड़कनाथ मुर्गी फार्म के बिजनेस में 60 से 70% का प्रॉफिट मार्जिन आसानी से कमा सकते हैं।
Q2. कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू करने में कितना खर्च आता है?
छोटे स्तर पर कम जगह में कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू करते हैं तो कम से कम 35,000 से 40,000 रुपए खर्च करने पड़ सकते हैं अगर यह बिजनेस बड़े स्तर पर करेंगे तो संख्या पर निर्भर करता है जितनी अधिक संख्या में मुर्गियां रहेगी उतना ही लागत बढ़ता जाएगा।
Q3. कड़कनाथ मुर्गा किसे कहते है?
कड़कनाथ मुर्गा एक विशेष प्रजाति का जीआई टैग प्राप्त मुर्गा है जो देखने में पूरी तरह से काले रंग का होता है जिसका मांस, खून, बाल और चोंच भी काले रंग का होता हैं इसलिए इसे कालीमासी मुर्गा भी कहा जाता है।
Q4. कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू करने के लिए कौन से लाइसेंस की जरूरत होती है?
कड़कनाथ मुर्गी फार्म शुरू करने के लिए MSME में अपने बिजनेस को रजिस्टर्ड करके उद्योग आधार सर्टीफिकेट प्राप्त कर लें इसके अलावा आधार कार्ड और लोकल अथॉरिटी से एनओसी लेना होगा।
Q5. कड़कनाथ मुर्गी का वजन कितना होता है?
एक मुर्गी का वजन 3 से 4 किलो होता है।
Q6.कड़कनाथ मुर्गी को क्या खिलाया जाता है?
कड़कनाथ मुर्गी के खाने एवं पीने के लिए जो आहार देसी मुर्गी को दिया जाता है जैसे- चोकर, सरसों की खली, टूटे हुए अनाज, हरा चारा, बरशींग आदि आहार दे सकते हैं।
Q7. कड़कनाथ मुर्गी का चूजा कहाँ से खरीदें?
कड़कनाथ मुर्गी फार्म के लिए चूजे को आप किसी जाने-माने कड़कनाथ मुर्गी के व्यवसाई से खरीद सकते हैं या अपने जिले के कृषि विज्ञान केंद्र से खरीद सकते हैं कड़कनाथ मुर्गी के एक चूजे की कीमत लगभग 80 से 100 रूपये हो सकती है।
Q8. कड़कनाथ मुर्गी का मांस कितने रुपए किलो बिकता है?
कड़कनाथ मुर्गी के मांस की कीमत 800 से 1000 रुपये प्रतिकिलो तक होती है, जो अलग-अलग क्षेत्र में कम या ज्यादा हो सकता है।
Q9. कड़कनाथ मुर्गी फार्म के व्यवसाय में सरकार के द्वारा कितना सब्सिडी दिया जाता है?
नाबार्ड के पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड और राष्ट्रीय पशुधन मिशन से देश के लगभग सभी राज्यों में कड़कनाथ पोल्ट्री फार्म के लिए ऋण और सब्सिडी मिल सकती है. सामान्य श्रेणी वाले मुर्गी पालकों को 25% अनुदान मिलता है, जबकि BPL, SC/ST और उत्तर पूर्वी राज्यों को 33 प्रतिशत सब्सिडी सरकार के द्वारा प्रदान किया जाता है।
निष्कर्ष Conclusion
इस आर्टिकल में हमने पढ़ा कि कड़कनाथ मुर्गी पालन का बिजनेस कैसे शुरू करें और इसमें सफल होने के लिए क्या बातों का ध्यान देना आवस्यक है हमने बिजनेस प्लान, पोल्ट्री फार्म कैसे शुरू करें, शेड को कैसे सुविधाजनक बनायें, क्या-क्या पोषाहार दें, लाईसेंस, मार्केटिंग, खर्च, लाभ, लोन एवं सब्सिडी, प्रचार-प्रसार के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है। यदि आप यह आर्टिकल ध्यान से पढ़ते हैं और इसका सही से अनुवर्तन करते हैं, तो आप अपने कड़कनाथ मुर्गी पालन बिजनेस की सफलता के रास्ते में आगे बढ़ेंगे।
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